महिला कर्मचारी को एक कंपनी में सीईओ का पद देने का वादा किया, लेकिन बाद में यह पद उसे नहीं दिया गया। इस फैसले से नाराज़ महिला ने कुछ सालों बाद बड़ा कदम उठाते हुए पूरी कंपनी ही खरीद ली।